India News (इंडिया न्यूज), UP Roadways Bus: महाकुंभ 2025 में UP रोडवेस ने 3 हजार को निकाला था। महाकुंभ खत्म होने के बाद अब यह सभी बसें उत्तर प्रदेश के 28 हजार गांवों के लिए रोजाना सफर करेगी। UP रोडवेस के इस कदम से कई लोगों का सफर आसान होने वाला है। इसी के साथ, 28 हजार गांवों तक पहुंचने के लिए 1540 नए रूट निर्धारित किए जाएंगे। यह खुशखबरी उत्तर प्रदेश के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने दी।
इस बात की जानकारी देते हुए परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कहा कि 28 हजार गांवों के लिए 1540 नए रूटों पर बसें चलने के बाद बचे हुए गांवों के लिए भी परिवहन की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ग्राम जोड़ो योजना के तहत बचे हुए गांवों में बस सेवा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने आगे कहा कि अगर बचे हुए गांवों के लिए बसें कम पड़ती हैं तो छोटी बसें खरीदी जाएंगी। इसी के साथ डीजल और इलेक्ट्रिक बसों की नई खेप भी प्रदेश में आ रही है ताकि लोगों को शहर या गांव जाने में किसी तरह की कोई परेशानी न हो और उनका सफर आसान बने।
परिवहन मंत्री ने दिया जवाब
बता दें कि 28 फरवरी को विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान परिवहन मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अब तक 6,638 नई बसें खरीदी हैं। इनमें से 3000 बसें महाकुंभ के लिए खरीदी गई हैं। यूपी परिवहन विभाग में एक बस को 11 लाख किलोमीटर या 10 साल तक ही रखा जाता है, जिसके बाद उसे बेड़े से हटा दिया जाता है। हालांकि, कुछ परिस्थितियों में बसों की मरम्मत करके 15 साल तक चलाया जाता है।
अवैध बसों को लेकर बड़ा दावा
आपको बता दें कि परिवहन मंत्री ने विधानसभा में बताया कि महाकुंभ के बाद जो बसें खाली हो गई हैं, उन्हें अब दूसरे रूटों पर चलाया जाएगा। दयाशंकर सिंह ने दावा किया कि प्रदेश में कोई भी अवैध बस नहीं चल रही है। अगर प्राइवेट बसों की बात करें तो उन्हें नेशनल परमिट पर चलाया जा रहा है। प्राइवेट बसों को बीच सड़क पर रोककर सवारियां बैठाने की अनुमति नहीं है, लेकिन ऐसा करने वाले बस संचालकों के खिलाफ सबूत मिलने पर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।