India News (इंडिया न्यूज), UPCA: उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (UPCA) पर खिलाड़ियों के हितों से खिलवाड़ करने और वित्तीय अनियमितताओं का गंभीर आरोप लगा है। जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2022 में भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने उत्तर प्रदेश में खिलाड़ियों के लिए क्रिकेट अकादमी स्थापित करने हेतु 3 करोड़ रुपये आवंटित किए थे। पर इसके बाद न तो अकादमी बनी और न ही इन पैसों का सही इस्तेमाल हुआ, इसलिए ये आरोप लगाए गए हैं कि UPCA ने रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज के साथ मिलीभगत कर कागजों पर इस धनराशि का गबन कर लिया।
खिलाड़ियों के विकास पर नहीं किया गया खर्च
खेल कल्याण संघ के अध्यक्ष मोहसिन रज़ा ने UPCA पर खिलाड़ियों के अधिकारों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि यह राशि क्रिकेट अकादमी बनाने और खिलाड़ियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए थी। साथ ही, लेकिन यह धनराशि कथित रूप से फर्जी कागजी कार्रवाई के जरिए हड़प ली गई। इसके अलावा, 36 जिलों के खिलाड़ियों के साथ भेदभाव करने का मुद्दा भी उठाया गया। कुल 36 जिलों की क्रिकेट एसोसिएशनों को UPCA ने अब तक मान्यता नहीं दी है। इसके चलते इन जिलों के क्रिकेट खिलाड़ियों को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने के लिए आवश्यक मंच नहीं मिल पाता।
खेल संघ ने उठाई जांच की मांग
मोहसिन रज़ा ने इस मामले में सख्त कार्रवाई और जांच की लगातार मांग कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए इस तरह की वित्तीय अनियमितताओं को रोकना जरूरी है। यदि इस पर जल्द कदम नहीं उठाए गए, तो यह खिलाड़ियों के विकास में बड़ी बाधा बन सकता है। दूसरी तरफ, खिलाड़ियों के अधिकारों पर सवाल खड़े हुए हैं। इस घोटाले ने UPCA की नीतियों और पारदर्शिता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और खेल संघ इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
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