India News (इंडिया न्यूज), Varanasi News: वाराणसी आने वाले लोगों और पर्यटकों को गंगा नदी में नौका विहार करना पसंद करते हैं। बसंत पंचमी के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु वाराणसी पहुंचे हैं। इस बीच वाराणसी की गंगा नदी में नाविक समुदाय ने अपनी मांगों को लेकर नौका विहार पूरी तरह से बंद करने का बड़ा फैसला लिया है। आज हड़ताल का दूसरा दिन है।
निराश होकर वापस लौटे लोग
हालांकि, नाव संचालन बंद होने से वाराणसी के गंगा घाटों पर पहुंचने वाले श्रद्धालु और पर्यटक नौका विहार नहीं कर पा रहे हैं, जिससे उन्हें निराश होकर वापस लौटना पड़ रहा है। खबरों की माने तो नाविकों ने बसंत पंचमी से ही वाराणसी के सभी 84 घाटों पर नौका विहार बंद करने का फैसला किया है। इस दौरान सैकड़ों की संख्या में नाविक वाराणसी के दशाश्वमेध घाट के ठीक सामने एकत्र हुए।
हड़ताल पर नाविक
नाविकों का कहना है कि हम प्रशासन की हर गाइडलाइन का प्राथमिकता के साथ पालन कर रहे हैं। नौका विहार की समयावधि से लेकर श्रद्धालुओं और पर्यटकों की सुरक्षा तक, लेकिन इसके बाद भी प्रशासन द्वारा हमारी बातें नहीं सुन रही, वे अपने मनमाने रवैये पर अड़े हुए हैं। हड़ताल पर गए नाविकों का कहना है कि जब तक घाट पर हमारी मांगें नहीं सुनी जातीं, तब तक हम नाव संचालन शुरू नहीं होने देंगे। प्रशासन के लोगों ने हमसे फोन पर संपर्क किया, लेकिन हम घाट पर आकर ही उनसे बात करना चाहते हैं।
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पर्यटक निराश
आपको बता दें कि जनवरी के आखिरी हफ्ते और फरवरी के पहले हफ्ते में बड़ी संख्या में पर्यटक और श्रद्धालु वाराणसी के गंगा घाट पर पहुंच रहे हैं। इस दौरान ज्यादातर लोग नौका विहार करते हैं, लेकिन नाव संचालन बंद होने के कारण वे नौका विहार नहीं कर पा रहे हैं। उन लोगों का कहना है कि वो हजारों किलोमीटर दूर से काशी आए हैं, लेकिन नाव संचालन बंद होने के कारण वे काशी नहीं जा पा रहे हैं, जिसके कारण वे निराश होकर लौटेंगे।