India News (इंडिया न्यूज), UP News:  यूपी से हैरान करने वाला मामला सामने आया है।  औरैया जिले के फफूंद थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव में गुरुवार को बहन की तलाशी के लिए दरोगा द्वारा रुपये मांगने पर युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। गुस्साए लोगों ने मौके पर पहुंची पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। दरोगा के खिलाफ कार्रवाई के आश्वासन पर परिजन माने। तब जाकर पुलिस ने शव को नीचे उतारा और पोस्टमार्टम के लिए भेजा। उधर, एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है।

क्या है पूरा मामला 

दौलतपुर निवासी सुशील सविता उर्फ ​​कल्लू का 23 वर्षीय बेटा कन्हैया मजदूरी करता था। 19 दिसंबर को इकदिल के पृथ्वीपुरा गांव में रहने वाला मृतक का चचेरा भाई आकाश उसकी 17 वर्षीय बहन को बहला-फुसलाकर भगा ले गया। 20 दिसंबर को कन्हैया और उसके पिता कल्लू ने थाने में तहरीर दी। मृतक के पिता कल्लू ने बताया कि तहरीर देते समय क्षेत्र प्रभारी मुकेश कुमार ने उनके साथ अभद्रता कर भगा दिया। इसके बाद भी वह थाने के चक्कर लगाते रहे। इस दौरान क्षेत्र प्रभारी ने उसकी पुत्री की तलाश के लिए दस हजार रुपये की मांग की। एक जनवरी को वह फिर बेटे को लेकर थाने पहुंचा तो उसे गाली देकर भगा दिया गया। इससे आहत कन्हैया गुरुवार सुबह पांच बजे बिना किसी को बताए घर से निकल गया और गांव के बाहर बाग में जामुन के पेड़ से मफलर से फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर पहुंची पुलिस को ग्रामीणों व परिजनों ने शव नीचे नहीं उतारने दिया।

मामले की निष्पक्ष जांच

हंगामा बढ़ता देख अजीतमल, अयाना, दिबियापुर, सहायल, बेला, बिधूना सीओ भरत पासवान व एसडीएम सदर भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने उन्हें समझाने का प्रयास किया, लेकिन ग्रामीण व परिजन हल्का इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई व मुआवजे की मांग पर अड़े रहे। एसपी ने हल्का इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई व दरोगा मुकेश कुमार को निलंबित कर दिया। तब जाकर परिजन व ग्रामीण माने। इसके बाद पुलिस ने शव नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतक के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एडिशनल एसपी आलोक मिश्रा का कहना है कि हल्का इंचार्ज पर मृतक की बहन की तलाश में सहयोग न करने का आरोप है। इसका संज्ञान लेते हुए एसपी ने दरोगा को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की निष्पक्ष जांच क्षेत्राधिकारी को सौंपी गई है।

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