India News (इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav: उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मकर संक्रांति के पावन अवसर पर हरिद्वार में गंगा स्नान किया। इस धार्मिक यात्रा की तस्वीरें उन्होंने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा, “मां गंगा का आशीर्वाद लिया।” तस्वीरें पोस्ट होते ही राजनीतिक गलियारों में हलचल मच गई और कई अटकलें शुरू हो गईं।
गंगा किनारे क्यों पहुंचे अखिलेश?
अखिलेश यादव मंगलवार शाम लखनऊ से देहरादून पहुंचे उनके साथ परिवार के अन्य सदस्य भी मौजूद थे। हरिद्वार में गंगा स्नान के बाद वह बुधवार को अपने दिवंगत चाचा राजपाल सिंह यादव की अस्थियां गंगा में प्रवाहित करेंगे। लेकिन गंगा स्नान की तस्वीरें पोस्ट करना और इस धार्मिक यात्रा का जोर-शोर से प्रचार करना, इसे केवल व्यक्तिगत यात्रा से कहीं अधिक बना रहा है।
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तस्वीरों पर उठे सवाल
कुछ राजनीतिक विश्लेषक इस गंगा स्नान को बीजेपी के हिंदुत्व कार्ड का जवाब मान रहे हैं। वहीं, समाजवादी पार्टी ने इसे अखिलेश की निजी आस्था बताया। अखिलेश के इस कदम को लेकर सोशल मीडिया पर भी चर्चा गर्म है। समर्थकों ने इसे “मां गंगा का आशीर्वाद” कहा, जबकि आलोचकों ने इसे “चुनावी स्टंट” करार दिया।
चुनावी नजरिए से बड़ा दांव?
उत्तर प्रदेश में हिंदू वोट बैंक पर नजर रखने वाले राजनीतिक दलों के लिए गंगा से जुड़ी कोई भी पहल अहम मानी जाती है। ऐसे में अखिलेश यादव का यह दौरा आने वाले चुनावों के मद्देनजर रणनीतिक कदम के रूप में देखा जा रहा है। अखिलेश के इस गंगा स्नान ने न केवल धार्मिक बल्कि राजनीतिक हलकों में भी नई बहस छेड़ दी है।
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