India News (इंडिया न्यूज), Badrinath Highway: उत्तराखंड के चमोली जिले में बदरीनाथ हाईवे पर नंदप्रयाग के पास 18 दिसंबर से 7 जनवरी 2025 तक आवाजाही पूरी तरह से बंद रहेगी। बरसात के मौसम के दौरान इस क्षेत्र में भूस्खलन हुआ था, जिससे 400 मीटर लंबे हिस्से में भारी मलबा जमा हो गया था। अब प्रशासन ने इस मलबे को साफ करने का निर्णय लिया है, जिसके कारण हाईवे पर यातायात रोक दिया गया है।

डाइवर्ट किये गए रूट

जिला मजिस्ट्रेट संदीप तिवारी ने आदेश जारी करते हुए बताया कि मलबा साफ करने का कार्य सुबह 8 बजे से शाम 6 बजे तक किया जाएगा। इस दौरान सभी वाहनों को वैकल्पिक मार्ग नंदप्रयाग-सैकोट-कोठियालसैंण सड़क से भेजा जाएगा। श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, और कर्णप्रयाग क्षेत्र से ज्योतिर्मठ की ओर जाने वाले वाहनों को इस वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करना होगा। इसी तरह, ज्योतिर्मठ और पीपलकोटी से आने वाले वाहन भी चमोली बाजार के रास्ते गंतव्य तक पहुंचेंगे।

Uttarakhand Weather News: मौसम ने बदला मिजाज, बद्रीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर बर्फबारी, शीतलहर से बढ़ी ठंड

ग्रामीणों के लिए स्थिति कठिन

स्थानीय ग्रामीणों के लिए यह स्थिति काफी कठिनाई भरी है। पुरसाड़ी गांव के निवासियों को अब अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए 16 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। यह गांव भूस्खलन वाले क्षेत्र से करीब 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इसी तरह, बाजपुर और मैठाणा गांव के लोगों को भी वैकल्पिक मार्ग से सफर करना पड़ेगा।

तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए परेशानिया

यह फैसला सर्दियों के मौसम में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के लिए भी असुविधाजनक साबित हो सकता है, क्योंकि अब उन्हें भी वैकल्पिक मार्ग से यात्रा करनी पड़ेगी। हालांकि, प्रशासन ने इस कदम को जरूरी बताते हुए कहा है कि मलबे का निस्तारण करना बेहद आवश्यक है, ताकि भविष्य में किसी प्रकार की दुर्घटना से बचा जा सके।

अधिकारियों को निर्देश जारी

सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि यातायात को सुचारू बनाए रखने और वैकल्पिक मार्ग पर सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए सतर्कता बरतें। साथ ही, स्थानीय निवासियों और यात्रियों को हुई असुविधा के लिए प्रशासन ने सहयोग की अपील की है।

CG Encounter: नक्सलियों ने मुठभेड़ के दौरान नाबालिक ग्रामीणों को ढाल बना किया उपयोग, चार घायल