India News(इंडिया न्यूज)Chamoli Avalanche Update: उत्तराखंड के चमोली जिले में बद्रीनाथ के पास माणा गांव में सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के शिविर पर हुए हिमस्खलन में दबे लापता श्रमिकों की तलाश अब पूरी हो चुकी है। लापता चार श्रमिकों की तलाश के लिए खोजी कुत्तों और हेलीकॉप्टरों की मदद से रविवार को लगातार तीसरे दिन जारी बचाव अभियान के दौरान सभी श्रमिकों के शव बरामद किए गए। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
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हादसे में मरने वाले मजूदरों की संख्या हुई आठ
अधिकारियों के मुताबिक, चार और शव बरामद होने के साथ ही हादसे में मारे गए मजदूरों की संख्या बढ़कर 8 हो गई है। इसके साथ ही बचाव अभियान पूरा हो गया है। इस हिमस्खलन की घटना में आठ मजदूरों की जान चली गई। वहीं, 46 मजदूरों को बचा लिया गया है।
माणा गांव में हिमस्खलन से 54 श्रमिक फंसे
भारत-चीन सीमा पर करीब 3200 मीटर की ऊंचाई पर स्थित आखिरी गांव माणा में शुक्रवार को हिमस्खलन के कारण बीआरओ कैंप में आठ कंटेनरों में रह रहे सीमा सड़क संगठन के 54 श्रमिक बर्फ में फंस गए। पहले श्रमिकों की संख्या 55 बताई गई थी, लेकिन एक श्रमिक के हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित अपने घर सुरक्षित पहुंचने की सूचना मिलने के बाद यह संख्या घटकर 54 रह गई।
सीएम धामी ने दिए ये निर्देश
इससे पहले, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र पहुंचकर माणा में चल रहे बचाव कार्यों का जायजा लिया और अधिकारियों को हिमस्खलन से प्रभावित बिजली, संचार और अन्य सुविधाओं को जल्द से जल्द बहाल करने के निर्देश दिए। बाद में उन्होंने पत्रकारों को बताया कि हादसे में मारे गए श्रमिकों के शव उनके घर भेजे जाएंगे और इसके लिए चमोली जिला प्रशासन को सभी तरह की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।