India News (इंडिया न्यूज), Dehradun-Delhi Expressway: नए साल 2025 में उत्तराखंड के लोगों के लिए सबसे बड़ी उम्मीद दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेस-वे से जुड़ी हुई है। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण से देहरादून और दिल्ली के बीच की यात्रा में क्रांतिकारी बदलाव आएगा। वर्तमान में यह यात्रा लगभग छह घंटे में पूरी होती है, लेकिन इस एक्सप्रेस-वे के बनने के बाद यह समय घटकर केवल ढाई घंटे रह जाएगा। इस परियोजना का काम 31 मई 2025 तक पूरी तरह से समाप्त हो जाएगा और उत्तराखंड के लोग एक नए युग की शुरुआत देखेंगे, जहां यात्रा और व्यापार में तेजी आएगी।

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एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर

यह एक्सप्रेस-वे चार प्रमुख पैकेजों में बन रहा है, और इसमें से पहले और चौथे पैकेज का काम पूरा हो चुका है। खास बात यह है कि चौथे पैकेज में एक लंबा 12 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड तैयार किया गया है, जो एशिया का सबसे लंबा वाइल्डलाइफ कॉरिडोर है। इस रोड के निर्माण से जंगली जानवरों की सुरक्षा सुनिश्चित की गई है, क्योंकि यह राजाजी टाइगर रिजर्व से गुजरता है। इसके अलावा, डाटकाली में एक नई 340 मीटर लंबी टनल भी तैयार की गई है।

एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 210 किलोमीटर

इस एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 210 किलोमीटर है, जो दिल्ली के अक्षरधाम से लेकर देहरादून के आशारोड़ी तक फैला हुआ है। चौथे पैकेज में 20 किलोमीटर की लंबाई है, जिसमें से 13 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड रोड और फ्लाईओवर के रूप में है, जबकि केवल 7 किलोमीटर हिस्सा ही जमीन से गुजरता है। इस एक्सप्रेस-वे का निर्माण उत्तराखंड के पर्यटन और व्यापार को भी एक नई दिशा देगा। इसे दिल्ली-देहरादून इकोनॉमी कॉरिडोर नाम दिया गया है, जो न सिर्फ यात्रा को आसान बनाएगा, बल्कि राज्य की आर्थिक स्थिति को भी मजबूत करेगा।

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