India News(इंडिया न्यूज), Uttarakhand News: देहरादून की सात बेटियों का सपना अब पूरा हो सकेगा, क्योंकि शनिवार को जिला मजिस्ट्रेट सविन बंसल ने ‘नंदा-सुनंदा प्रोजेक्ट’ की शुरुआत की। इस प्रोजेक्ट के तहत, इन बेटियों को शिक्षा की राह में आ रही आर्थिक बाधाओं को दूर करने के लिए मदद दी जाएगी।

वन विभाग की भूमिका से विकास योजनाओं को मिली गति, 40 हजार हेक्टेयर भूमि ट्रांसफर

DM ने बताया क्या है प्रोजेक्ट?

डीएम बंसल ने इन बेटियों के हाथों में चेक सौंपे, हालांकि वास्तविक धनराशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है, जिससे वे अपनी पढ़ाई जारी रख सकेंगी। इनमें से एक पीएचडी कर रही है, जबकि दूसरी बीएससी की पढ़ाई कर रही है। एक अन्य को ब्यूटीशियन कोर्स के लिए आर्थिक सहायता मिली है। इस पहल के तहत, उन बालिकाओं को मदद दी जा रही है जिन्हें पारिवारिक समस्याओं और आर्थिक तंगी के कारण अपनी पढ़ाई पूरी करने में दिक्कतें आ रही थीं।

किन लोगों को मिलेगा इस योजना का लाभ

डीएम सविन बंसल ने बताया कि इस योजना में उन बच्चों को प्राथमिकता दी जाएगी जिन्हें किसी अन्य सरकारी योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा था। उन्होंने कहा, “हम हर हफ्ते एक ‘नंदा-सुनंदा’ को इस प्रोजेक्ट से मदद करेंगे, ताकि कोई भी बेटी शिक्षा के अधिकार से वंचित न रहे।” इससे पहले, डीएम बंसल ने नैनीताल में भी इस प्रोजेक्ट के तहत 60 बालिकाओं को सहायता दी थी, और अब देहरादून में इसकी शुरुआत की गई है। यह पहल प्रदेश की बेटियों के लिए एक बड़ी मदद साबित होगी, जो आर्थिक कारणों से अपनी पढ़ाई जारी रखने में सक्षम नहीं हो पा रही थीं।

दंपती के घर लूटपाट का खुलासा, पुलिस ने ढूंढ निकाली कड़ी, जानें पूरा मामला