India News (इंडिया न्यूज), National Games: उत्तराखंड ने पहली बार राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करते हुए खेल जगत में अपनी एक नई पहचान बनाई। जानकारी के मुताबक, राज्य के खिलाड़ियों ने बेहतरीन प्रदर्शन कर यह साबित कर दिया कि वे किसी भी राज्य की टीम से कमतर नहीं हैं। बता दें, अंतिम दिन एक स्वर्ण और दो रजत पदक जीतकर उत्तराखंड ने पदकों का शतक पूरा किया।

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खिलाड़ियों को मिला बेहतरीन प्रशिक्षण

ऐसे में, उत्तराखंड ओलंपिक संघ के महासचिव डी.के. सिंह के अनुसार, राज्य में खेल सुविधाओं का व्यापक विकास किया गया है। खिलाड़ियों को विश्वस्तरीय उपकरण उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे वे बेहतर प्रदर्शन कर सके। सरकार ने हर संभव खेल सुविधा दी, जिसका परिणाम पदकों की बढ़ती संख्या में देखने को मिला। जानकारी के लिए बता दें, इस बार राज्य की फुटबॉल और नेटबॉल जैसी कई टीमें पहली बार राष्ट्रीय खेलों में उतरीं और शानदार प्रदर्शन किया। उत्तराखंड ने मॉर्डन पेंटाथलान में 6 स्वर्ण सहित कुल 14 पदक जीते। इसके अलावा,

मेजबानी से मिला बड़ा अवसर

देखा जाए तो, राष्ट्रीय खेलों में खेलने के लिए राज्यों को नेशनल चैंपियनशिप में टॉप 8 में होना जरूरी होता है। यही कारण था कि उत्तराखंड की कई टीमें 2023 में गोवा और 2022 में गुजरात में हुए खेलों में भाग नहीं ले सकीं। लेकिन इस बार मेजबान होने के कारण राज्य की फुटबॉल, लॉन टेनिस, लॉन बाल, नेटबाल और मॉर्डन पेंटाथलान टीम को खेलने का मौका मिला, जिसमें फुटबॉल टीम ने रजत पदक जीता। जानकरी के मुताबिक, कुल मिलाकर राज्य ने 24 स्वर्ण, 35 रजत और 42 कांस्य पदक जीतकर राष्ट्रीय खेलों में नया इतिहास रच दिया।

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