India News (इंडिया न्यूज), HMPV Virus: देशभर में HMPV (ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस) के मामलों के बढ़ने के बाद उत्तराखंड सरकार ने इस वायरस से निपटने के लिए कई जरूरी कदम उठाए हैं। राज्य के सभी प्रमुख अस्पतालों में इस वायरस के परीक्षण और इलाज की व्यवस्था को पहले से बेहतर किया गया है। यह तैयारी राज्य में HMPV वायरस के प्रसार को रोकने में मददगार साबित होगी और संक्रमित मरीजों को जल्दी इलाज मिल सकेगा।

जांच और इलाज के लिए सुविधाएँ

प्रदेश के अधिकांश मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों में वायरस की जांच और इलाज के लिए पर्याप्त सुविधाएँ उपलब्ध कराई गई हैं। डॉक्टरों के अनुसार, HMPV को सामान्य सर्दी-जुकाम जैसे लक्षणों वाला वायरस बताया गया है, लेकिन इसके फैलने से पहले सावधानी बरतना जरूरी है। इस वायरस के संदिग्ध मरीजों के लिए आईसोलेशन वार्ड पहले से तैयार किए गए हैं और नोडल अधिकारी भी नियुक्त किए गए हैं।

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आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से तैयार

कुछ अस्पतालों में जांच किट की कमी जरूर देखने को मिल रही है, लेकिन जांच की व्यवस्था सभी प्रमुख अस्पतालों में की जा रही है। श्रीनगर बेस मेडिकल अस्पताल के एमएस डॉ. अजेय विक्रम सिंह के अनुसार, अस्पताल में लैब की व्यवस्था और आइसोलेशन वार्ड पूरी तरह से तैयार हैं। चमोली जिले के एसीएमओ डॉ. एमएस खाती ने भी बताया कि जिले के अस्पताल में जांच और इलाज के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएँ की गई हैं।

प्राइमरी जांच की साडी सुविधा

उत्तरकाशी और नई टिहरी के अस्पतालों में प्राइमरी जांच की सुविधा पहले से उपलब्ध है, हालांकि, कुछ स्थानों पर जांच मशीनों की कमी है। पौड़ी, देहरादून, हरिद्वार और हल्द्वानी जैसे प्रमुख शहरों के अस्पतालों में भी वायरस की जांच के लिए किट मंगवाई जा रही हैं और वार्ड आरक्षित किए गए हैं।

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