India News (इंडिया न्यूज), Municipal Council: उत्तराखंड के हल्द्वानी में रामपुर रोड पर बढ़ते हादसों के बीच स्ट्रीट लाइट की कमी ने स्थानीय निवासियों और वाहन चालकों की चिंता बढ़ा दी है। यह सड़क रात होते ही अंधेरे में डूब जाती है, जिससे दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है। खासकर, सुशीला तिवारी अस्पताल से लेकर पंचायत घर तक के चार किलोमीटर के दायरे में कहीं भी स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाई गई हैं।

अभी तक कोइ ठोस कदम नहीं

सड़क चौड़ीकरण के तहत कुछ पेड़ों को काटने का काम किया गया, लेकिन स्ट्रीट लाइट की समस्या पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए। इन पेड़ों को काटने का निर्णय कत्था फैक्ट्री के पास हो रही दुर्घटनाओं को ध्यान में रखते हुए लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि सड़क की सुरक्षा के लिए इन पेड़ों को हटाना जरूरी था, लेकिन सड़क पर स्ट्रीट लाइटें लगवाने का काम अब भी लंबित है।

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प्रशासन और नगर निगम नहीं उठा रही कदम

स्थानीय निवासी गौरव जोशी, धीरज नेगी, अंकित नेगी और नवीन जोशी का कहना है कि इस सड़क पर हादसों को रोकने के लिए स्ट्रीट लाइटों की सख्त जरूरत है। उनका आरोप है कि प्रशासन और नगर निगम इस मुद्दे पर गंभीर नहीं हैं और अब तक इस पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। सड़क पर डिवाइडर बनाने के बाद अब स्ट्रीट लाइट लगाने का काम जल्द शुरू होना चाहिए।

आयुक्त ने दिया आश्वासन

नगर निगम की आयुक्त ऋचा सिंह ने इस मामले पर कहा कि नगर निगम की नई बोर्ड की पहली बैठक में रामपुर रोड पर स्ट्रीट लाइटें लगाने का प्रस्ताव रखा जाएगा। उनका कहना था कि अब डिवाइडर बनने के बाद इस सड़क पर स्ट्रीट लाइट लगाने के लिए जगह उपलब्ध हो गई है, और यह कार्य प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। सड़क की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अधिकारियों ने यह भी कहा कि स्ट्रीट लाइटों की आवश्यकता को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा, ताकि लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और हादसों में कमी लाई जा सके।

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