India News (इंडिया न्यूज) Uttarakhand News:  चारधामके दर्शन होने अब पुरे साल भ्रम था लोगों में कि सिर्फ कुछ महीनें खुलते है, मंदिरो के कपाट। देहरादून के ऑफिसर्स कॉलोनी में धर्मसभा आयोजित की गई। जिसमें शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा कि वह बाबा रामदेव को नोटिस देंगे। विवादित बयान के बाद स्वामी रामदेव ने कहा था कि वो कोई शंकराचार्य नहीं हैं।

6 दिसंबर से शीतकालीन यात्रा शुरू

चारधाम मंदिरों जो हिन्दू धर्म की आस्था के अनुसार इन धामों के दर्शन से मोक्ष की प्राप्ति हो जाती हैं। श्रद्धालु चारधाम की यात्रा को फिर से करेंगे। मंदिरों के कपाट बंद नहीं होते, केवल ग्रीष्मकाल स्थान बंद होता हैं। ये बतया गया कि लोगो में भ्रांति हैं कि, केवल 6 महीने दर्शन होते हैं। जबकि ये बिलकुल नहीं हैं। इस भ्रान्ति को अब तोड़ने के लिए 16 दिसंबर से शीतकालीन यात्रा शुरू होगी। अब इसका प्रचार-प्रसार किया जाएगा।

विवादित बयान के बाद स्वामी रामदेव…

अगर आप सच्चे हिन्दू हैं तो पहली शर्त गोभक्त होना चाहिए। धर्मसभा को आयोजित वसंत विहार में किया गया शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद महाराज ने कहा अनुच्छेद 370 पर दिए गए विवादित बयान के बाद स्वामी रामदेव ने कहा था कि वो कोई शंकराचार्य नहीं हैं। वो खुल कर 370 लागू करने का समर्थन कर रहे हैं। उनके खिलाफ राष्ट्रद्रोह का मुकदमा होना हि चाहिए।

 

उनका सनातन धर्म से बहिष्कार किया जाना चाहिए। उन्होंने सिर्फ ये कहा था अनुच्छेद 370 लगी रहती तो अच्छा था क्योंकि उसमें गोहत्या पूरी तरह से बैन थी। वो स्वामी रामदेव को नोटिस देंगे। आरोप तो लगा दिए लेकिन सिद्ध नहीं कर सके। जो खुद से सामने आकर कहे सर्वोच्च धर्माचार्य के ऊपर ये कहे उसे तो हिंदू धर्म से बहिष्कृत करना चाहिए, तो इस बात पर संतो को विचार करना चाहिए कि, उन्हें हिन्दू धर्म में रहने का अधिकार हैं या नहीं।

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