India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Crime: देहरादून में एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां एमबीबीएस छात्र हिमांशु चौधरी ने अपनी पत्नी गीता के साथ मिलकर इंटर कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल श्यामलाल गुरुजी की हत्या कर दी। वारदात के बाद दोनों फरार हो गए, जबकि शव ठिकाने लगाने में मदद करने वाले गीता के भाई अजय कुमार और उसके साथी धनराज चावला को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को शक है कि हत्या की वजह लेन-देन और अवैध संबंध हो सकते हैं।
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गुमशुदगी से हत्या तक ऐसे खुला मामला
7 फरवरी को पीठावाला, चंद्रबनी निवासी निधि राठौर ने पिता श्यामलाल गुरुजी की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। जांच में पता चला कि श्यामलाल ने लापता होने से पहले एक महिला गीता से कई बार फोन पर बात की थी। सीसीटीवी फुटेज में वे किशननगर चौक की तरफ जाते दिखे, लेकिन वापस नहीं लौटे।
शव को ठिकाने लगाने में भाई ने की मदद
पुलिस ने जब गीता के घर पर दबिश दी, तो वह अपने पति के साथ फरार मिली। पुलिस ने गीता के मायके देवबंद, सहारनपुर में छापेमारी कर उसके भाई अजय कुमार को हिरासत में लिया। पूछताछ में अजय ने कबूल किया कि 2 फरवरी को गीता ने फोन पर बताया कि उसने और उसके पति हिमांशु ने एक व्यक्ति की हत्या कर दी है। इसके बाद 4 फरवरी को अजय और धनराज चावला* देहरादून पहुंचे और शव को सफेद कट्टे में बांधकर कार से देवबंद ले जाकर साखन की नहर में फेंक दिया।
मुख्य आरोपी फरार, पुलिस की तलाश जारी
मुख्य आरोपी हिमांशु चौधरी, जो देहरादून के एक कॉलेज में एमबीबीएस का छात्र है, और उसकी पत्नी गीता अभी भी फरार हैं। पुलिस दोनों की तलाश में जुटी हुई है। एसएसपी अजय सिंह के अनुसार, जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। पुलिस इस मामले में अन्य कोणों से भी जांच कर रही है।