India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Education Department: उत्तराखंड के हल्द्वानी जिले के सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को अब सड़क हादसों में घायलों की मदद करने के लिए जागरूक किया जाएगा। शिक्षा विभाग ने इस संबंध में एक विशेष योजना तैयार की है, जिसके तहत छात्रों को गुड सेमेरिटन पुरस्कार के बारे में जानकारी दी जाएगी। यह पुरस्कार उन लोगों को दिया जाता है, जो सड़क हादसों में घायल लोगों को बिना किसी स्वार्थ के तुरंत मदद करते हैं और उन्हें अस्पताल पहुंचाने में मदद करते हैं।
जिले के स्कूलों में छात्रों को किया जाएगा प्रेरित
माध्यमिक शिक्षाधिकारी पुष्कर लाल टम्टा ने बताया कि इस योजना के अंतर्गत, जिले के स्कूलों में छात्रों को हादसों में घायलों की मदद करने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इसके लिए शिक्षक छात्रों को आवश्यक जानकारी देंगे, ताकि वे सड़क दुर्घटनाओं के समय घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने में मदद कर सकें। इसके बाद छात्र यह जानकारी अपने परिवारजनों और आसपास के लोगों के बीच फैलाएंगे।
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लोग सड़क दुर्घटनाओं के समय मदद के लिए आए आगे
इस योजना का उद्देश्य यह है कि ज्यादा से ज्यादा लोग सड़क दुर्घटनाओं के समय मदद के लिए आगे आएं, ताकि घायलों को समय पर इलाज मिल सके। छात्रों को यह समझाया जाएगा कि हादसे के बाद घायलों को अस्पताल पहुंचाना कितना महत्वपूर्ण है और इस कार्य से किसी भी व्यक्ति को कोई डर नहीं होना चाहिए।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा पुरस्कार
गुड सेमेरिटन पुरस्कार, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शुरू किया गया है। इस पुरस्कार के तहत, उन लोगों को सम्मानित किया जाता है जो घायलों को समय रहते अस्पताल पहुंचाते हैं। उन्हें न केवल एक प्रशस्तिपत्र दिया जाता है, बल्कि किसी भी अनावश्यक पुलिस कार्रवाई से भी उन्हें बचाया जाता है।
मदद करने की संस्कृति को मिले बढ़ावा
इस पहल के जरिए शिक्षा विभाग बच्चों और समुदाय को जिम्मेदारी का अहसास दिलाने का प्रयास कर रहा है, ताकि समाज में सड़क हादसों में घायलों को मदद करने की संस्कृति को बढ़ावा मिल सके।
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