India News UP (इंडिया न्यूज़),Uttarakhand IAF Rescue Operation: उत्तराखंड के माणा में आईएएफ (भारतीय वायु सेना) ने एक बड़े राहत एवं बचाव अभियान को अंजाम दिया, जिससे कई लोगों की जान बचाई जा सकी। वायुसेना ने राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) की टीमों को आपदा प्रभावित इलाकों में तैनात कर त्वरित कार्रवाई की।

ड्रोन तकनीक से राहत मिशन को मिली रफ्तार

इस बचाव मिशन में ड्रोन-बेस्ड इंटेलिजेंट बरीड ऑब्जेक्ट डिटेक्शन सिस्टम (DIBODS) का इस्तेमाल किया गया, जिससे मलबे में फंसे लोगों की पहचान आसानी से हो सकी। यह अत्याधुनिक तकनीक आपदा के दौरान खोज और बचाव कार्यों में तेजी लाने में बेहद मददगार साबित हो रही है। DIBODS की मदद से IAF ने समय रहते पीड़ितों की पहचान कर राहत कार्यों को तेज कर दिया।

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IAF के हेलिकॉप्टरों ने मोर्चा संभाला

भारतीय वायु सेना ने Mi-17 1V और चीता हेलिकॉप्टरों की तैनाती कर बचाव अभियान को और मजबूत किया। इन हेलिकॉप्टरों ने राहत कर्मियों को मौके पर पहुंचाने के साथ-साथ गंभीर रूप से घायल लोगों को माणा से जोशीमठ तक सुरक्षित पहुंचाया, जिससे उन्हें समय पर उपचार मिल सका।

IAF की त्वरित कार्रवाई से कई जानें बचीं

इस महा रेस्क्यू ऑपरेशन में IAF ने जबरदस्त समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया का परिचय दिया। ड्रोन तकनीक और हेलिकॉप्टरों के कुशल इस्तेमाल से राहत कार्यों को गति मिली, जिससे कई लोगों की जिंदगी बचाई जा सकी। उत्तराखंड की दुर्गम पहाड़ियों में सेना की यह मुस्तैदी एक बार फिर साबित करती है कि संकट के समय भारतीय वायु सेना हर मोर्चे पर तत्पर रहती है।