India News (इंडिया न्यूज),Uttarakhand News: उत्तराखंड कांग्रेस मुख्यालय में नगर निकाय चुनाव की हार की समीक्षा बैठक में जबरदस्त हंगामा हो गया। कार्यकर्ताओं ने पार्षद पद के टिकट बेचे जाने के गंभीर आरोप लगाए, जिससे माहौल गरमा गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा की मौजूदगी में स्थिति इतनी बिगड़ गई कि नौबत हाथापाई तक पहुंच गई।
कई कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचे जाने के आरोप
इस दौरान महापौर पद के प्रत्याशी रहे विरेंद्र पोखरियाल और उनके समर्थक बैठक छोड़कर बाहर चले गए। बैठक का आयोजन कांग्रेस की महानगर इकाई ने किया था, जिसमें निकाय चुनाव में हार के कारणों की समीक्षा और विजयी पार्षदों का सम्मान होना था। लेकिन जैसे ही बैठक शुरू हुई, कई कार्यकर्ताओं ने टिकट बेचे जाने के आरोप लगाते हुए शोर-शराबा शुरू कर दिया। आरोप था कि पार्टी के कुछ बड़े नेताओं ने लाखों रुपये में टिकट बेचे, जिससे कई वार्डों में प्रत्याशियों को महज 100-200 वोट ही मिले।
इस बात पर हुआ ज्यादा विवाद
कुछ कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी पर ही गंभीर आरोप लगाए। स्थिति उस वक्त और बिगड़ गई जब माहरा ने कार्यकर्ताओं से टिकट बिक्री के सबूत मांगे। इस पर महापौर पद के प्रत्याशी विरेंद्र पोखरियाल और उनके समर्थकों ने नाराज होकर बैठक से बाहर जाने का फैसला किया। हंगामे के बीच कई युवा कांग्रेसियों ने भी नाराजगी जताते हुए बैठक छोड़ दी। महिला कांग्रेस अध्यक्ष उर्मिला थापा और पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट ने भी टिकट आवंटन पर गहरी नाराजगी जाहिर की। बवाल बढ़ता देख कुछ नेताओं ने बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन कार्यकर्ताओं की नाराजगी कम नहीं हुई। माहौल इतना गरम हो गया कि हंगामा कांग्रेस कार्यालय के सभागार से बाहर पार्किंग तक पहुंच गया। महानगर अध्यक्ष डॉ. जसविंदर गोगी ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि बैठक सिर्फ पार्षद प्रत्याशियों के लिए थी और जब अन्य लोगों से बाहर जाने को कहा गया तो बहस छिड़ गई। हालांकि, कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व से संतुष्ट नहीं दिखे और बैठक विवादों के बीच ही खत्म हो गई।
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