India News (इंडिया न्यूज), Uttarakhand Rescue Operation: उत्तराखंड के माणा घाटी में हुए हिमस्खलन (एवलांच) हादसे के बाद राहत एवं बचाव कार्य तेजी से जारी है। सेना और ITBP की टीमों ने सुबह होते ही एक बार फिर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया। मौसम खुलने के कारण बचाव कार्य में तेजी आई है। अब तक कुल 50 लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है, जबकि चार श्रमिक अब भी लापता हैं।

हादसे की ताजा स्थिति

पहले यह संख्या 55 बताई जा रही थी, लेकिन बाद में हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा निवासी सुनील कुमार के अपने घर सुरक्षित पहुंचने की पुष्टि होने के बाद लापता लोगों की संख्या घटकर चार रह गई। सुनील हादसे से पहले ही बिना बताए अपने घर चले गए थे, जिसके कारण उन्हें भी लापता श्रमिकों में गिना जा रहा था।

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रेस्क्यू ऑपरेशन में नई तकनीक का उपयोग

SDRF की एक विशेष टीम को विक्टिम लोकेटिंग और थर्मल इमेजिंग कैमरा के साथ रवाना किया गया है, जिससे बर्फ के अंदर दबे लोगों को खोजने में मदद मिलेगी। इसके अलावा, अब डॉग स्क्वायड की भी मदद ली जा रही है ताकि जल्द से जल्द लापता श्रमिकों का पता लगाया जा सके। अब तक 10 घायलों को ज्योर्तिमठ पहुंचाया जा चुका है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

चार लोगों की मौत की पुष्टि

दुर्भाग्यवश, हादसे में अब तक चार लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। हालांकि, प्रशासन और बचाव दल अभी भी शेष लापता मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। मौसम अनुकूल होने के बाद ज्योर्तिमठ हेलीपैड से हवाई बचाव अभियान फिर से शुरू किया गया है। हेलीकॉप्टर की मदद से घायलों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया जा रहा है।

स्थानीय प्रशासन और सेना की अपील

रेस्क्यू दल ने स्थानीय लोगों और प्रभावित परिवारों से धैर्य बनाए रखने की अपील की है। प्रशासन पूरी तरह से राहत और बचाव कार्य में जुटा हुआ है और लापता लोगों को जल्द खोजने का प्रयास कर रहा है।

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