भारत की इस नदी को 'मां' नहीं बल्कि प्राप्त है 'पिता' का दर्जा, जाने क्यों?
लगभग सभी नदियों के नाम महिलाओं के नाम पर रखे गए हैं। हम उन नदियों को अपनी मां भी मानते हैं।
हमारे देश में महिलाओं को दिए जाने वाले महत्व के कारण लगभग सभी नदियों के नाम महिलाओं के नाम पर रखे गए हैं।
गंगा, यमुना, नर्मदा और गोदावरी जैसी नदियों को भी स्त्री माना जाता है। इसीलिए इन नदियों को मां कहा जाता है। जैसे गंगा को मां, मां गंगा कहा जाता है।
लेकिन इस देश में एक हैरान करने वाली बात यह भी है कि इन नदियों को महिलाओं के रूप में पूजा जाता है। क्या आप जानते हैं कि भारत में एक नदी ऐसी भी है जिसे पिता माना जाता है?
यह नदी कोई और नहीं बल्कि ब्रह्मपुत्र नदी है, जिसे भारत की एकमात्र पुरुष नदी कहा जाता है। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि वह भगवान ब्रह्मा की पुत्र हैं।
धार्मिक मान्यता के अनुसार, ब्रह्मपुत्र नदी को भगवान ब्रह्मा का पुत्र माना जाता है, इसलिए इसे पुरुष नदी कहा जाता है।
जहां अन्य नदियों को महिलाओं के रूप में पूजा जाता है, वहीं इस नदी को पुरुष का दर्जा दिया गया है। बर्फीले पहाड़ों से निकलने वाली इस नदी को पवित्र नदी के रूप में भी पूजा जाता है।
ब्रह्मपुत्र नदी की पूजा खास तौर पर असम और अरुणाचल प्रदेश में की जाती है। ब्रह्मपुत्र नदी की लंबाई करीब 2900 किलोमीटर है।