Dec 20, 2024
Akriti Pandey
महाभारत का सबसे ताकतवर योद्धा क्यों छोड़कर भागा था रणभूमि, आज भी चुभता है उस हार का दंश
कर्ण सूर्य के पुत्र थे,उन्होंने दिव्य कवच कुंडल धारण किया हुआ था,जिसके कारण कोई भी उनका वध नहीं कर सकता था।
दिव्यास्त्र के बिना उनका वध करना नामुमकिन था।कर्ण ने परशुराम से दिव्यास्त्रों का ज्ञान प्राप्त किया था।
कर्ण दुर्योधन के बहुत अच्छे मित्र थे जिसके वजह से दुर्योधन ने कर्ण को अपना अंग देश का राजा बनाया था।
कर्ण बहुत बलवान थे उन्होंने अर्जुन को रंगभूमि में चुनौती दी। लेकिन राजवंश से न होने के वजह से उनको प्रतियोगिता से बाहर कर दिया गया।
घोष यात्रा के दौरान भी कर्ण गंदर्भ चित्र सेना से हार मान कर युद्ध भूमि छोड़ कर चले गए थे।
कुरूक्षेत्र युद्ध के 17वें दिन, अर्जुन ने कर्ण हराकर उनका वध कर दिया और ये कर्ण की सबसे बड़ी पराजय साबित हुई।
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